Arshad Warsi On Prabhas: साउथ फिल्म ‘कल्कि 2898’ एडी ने जबरदस्त कमाई की थी. 600 करोड़ के बजट में बनी ‘कल्कि’ ने बॉक्स ऑफिस पर 1200 करोड़ कमाई करके रिकॉर्ड बना दिया था. फिल्म दर्शकों को रिझाने में कामयाब रही. इसमें ‘बाहुबली’ फेम प्रभास ने लीड रोल प्ले किया था. हालांकि, उनकी परफॉर्मेंस और लुक से बॉलीवुड एक्टर अरशद वारसी खास इम्प्रेस नहीं हुए थे. एक इंटरव्यू में ने प्रभास ने प्रभास के कल्कि लुक की ‘जोकर’ से तुलना कर दी थी. इस कमेंट के बाद उन्हें ट्रोलिंग झेलनी पड़ी थी. प्रभास के फैंस और बहुत से साउथ स्टार्स ने अरशद की जमकर आलोचना की थी. अपने इस बेतुके जोकर वाले बयान पर अब अरशद वारसी का रिएक्शन सामने आया है. अरशद अपनी फिल्म ‘बंदा सिंह’ (Banda Sको लेकर चर्चा में हैं जो 25 अक्टूबर को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है.
सर्किट बोले- ट्रोलिंग से फर्क नहीं पड़ता
अरशद वारसी ने अपने जोकर वाले बयान पर आखिरकार अपनी चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने स्वीकार किया कि आलोचना अब उन्हें परेशान नहीं करती है. सर्किट के नाम से फेमस अरशद ने कहा, “ट्रोलिंग और आलोचना अब मुझे परेशान नहीं करती है. वह अपनी पूरी जिंदगी में हर एक्टर से प्यार करेंगे. उनकी सराहना और उन्हें क्रिटिसाइज भी करेंगे.”
सबको अपनी राय रखने का अधिकार है
अरशद वारसी ने कहा कि अपने बयान को बाद वह समझ गए थे कि उन्हें ट्रोलिंग मिलेगी. ऐसा पहली बार था जब उन्हें लगा कि वे आलोचना के घेरे में हैं. उन्होंने कहा, “हालांकि, हम ऐसी जगह पर रहे हैं जहां पत्थर फेंके जाते हैं, इसलिए यह अब मुझे परेशान नहीं करता. मैं एक लोकतांत्रिक देश में रहता हूं जहां सभी को अपनी राय रखने का अधिकार है.”
ये मेरे लिए सबक था, मैं अब हर फिल्म पसंद करूंगा
अरशद वारसी अपने इस बयान के बाद मिली ट्रोलिंग के बाद अब सतर्क हो गए हैं. उन्होंने कहा कि, “मैंने तय किया है कि मैं जो भी फिल्म देखूंगा, उसे पसंद करूंगा. मैं अपने जीवन के बाकी समय में हर अभिनेता से प्यार करूंगा. चाहे उसका काम कैसा भी हो.”
अरशद के बयान से नाराज थे ये साउथ स्टार्स
इसी अगस्त में अरशद वारसी ये यह बयान दिया था. उन्होंने कहा कि कल्कि 2898 देखने को बाद उन्हें निराशा हुई क्योंकि प्रभास उसमें एकदम जोकर जैसे लग रहे थे. उन्होंने प्रभास का काफी मजाक उड़ाया था. इसके बाद तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री से कई हस्तियों, जिनमें अभिनेता नानी और सुधीर बाबू, निर्देशक अजय भूपति भी शामिल थे. सभी ने अरशद वारसी की शब्दों के चयन के लिए आलोचना की थी.